Thursday, February 16, 2012

राजिम कुम्भ 2012


विजया एकादशी पर तीसरा पर्व स्नान आज देर रात तक बांधे रखा स्थानीय कलाकारों और चंदन दास के भजनो ने      रायपुर 16-2-2012। ’राजिम कुंभ’ 2012 का तीसरा स्नान पर्व कल 17 फरवरी विजया एकादशी को ब्रम्हमुहुर्त में संपन्न होगा। छत्तीसगढ़ के प्रयाग राज राजिम के त्रिवेणी संगम मे स्नान कर पुण्य लाभ कमाने हजारों की संख्या मे श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। भगवान राजीव लोचन और कुलेश्वर महादेव के दर्शन और स्नान के लिए सपरिवार दूरदराज से भक्तों का राजिम पहुंचने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा. दूसरी ओर, पर्यटन व संस्कृति मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने स्नान-पर्व की तैयारियों का जायजा लिया तथा संत समागम से लेकर श्रद्धालुओं के आवास, भोजन, प्रसाद व अन्य तैयारियों के साथ-साथ राजिम-कुंभ स्थल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया.       राजिम के विद्वान पं. ब्रह्मदत्त शास्त्री ने बताया कि राजिम-कुंभ का यह तीसरा पर्व स्नान है. कल की विजया एकादशी समस्त एकादषी में तीसरे नम्बर की एकादशी मानी गई है जो फागुन मास के कृष्ण पक्ष में आती है. शास्त्री जी के अनुसार जो मनुष्य जीवन में विजय और सफलता की कामना चाहते हैं, उन्हें एकादशी का व्रत जरूर करना चाहिये. इसी महत्व को ध्यान में रखकर कल के पर्व स्नान में शामिल होने के लिये देर रात हजारों श्रद्धालु आसपास के ग्रामों से राजिम पहुंचे और उनके आने का सिलसिला जारी था. पर्व स्नान को लेकर राजिम-कुंभ प्रशासन ने भी संपूर्ण तैयारियां की जिसमें जलकुण्ड में पानी की सुनिश्चितता, साधु-संतो के आश्रमों की व्यवस्था तथा मंदिरों में भीड़ उमडने के मददेनजर सुरक्षा प्रबंध पर विशेष ध्यान रखा गया है. संत समागम मुख्य मंच में आज शाम आयोजित संत समागम की अध्यक्षता बीकानेर राजस्थान से पधारे महामंडलेश्वर राजगुरु स्वामी विशोकानन्द जी महाराज ने की. इस अवसर पर उपस्थित महामंडलेश्वर स्वामी आनंद चैतन्य सरस्वती जी हरिद्वार, महामंडलेश्वर श्री स्वामी प्रेमानंद जी महाराज हरिद्वार, महामंडलेश्वर स्वामी शिव प्रेमानंद जी महाराज हरिद्वार, आचार्य श्री जालेश्वर जी महाराज अयोध्या, स्वामी नारायनानंद जी महाराज माटुंगा मुंबई महाराष्ट्र, तांत्रिक योगी श्री रमेश जी महाराज इलाहबाद, पू. माता दर्शना ज्योति जी हरिद्वार, साध्वी अरुणा भारती जी छतरपुर, ब्रह्म कुमार श्री नारायण भाई, साध्वी रंजना दीदी उत्तरकाशी, डॉ.स्वामी जीवनानंद चैतन्य जी महाराज आदि ने भी अपने प्रवचनो का लाभ उपस्थित भक्तों को दिया.             सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों की प्रस्तुतियाँ शाम से लेकर देर रात तक श्रद्धालुओं को बांधे रख रही है। आज की प्रस्तुतियों मे दीपक साहू, बोंदल का जसगीत, भारती बंधू रायपुर का भजन, जाकिर हुसैन कोरबा का जसगीत/फिल्म संगीत, भारत भूषण, परगनिया भिलाई का लोकमंच, डॉ. पीसी लाल यादव, गंडई का लोकमंच और मुंबई के प्रसिद्द भजन और गजल गायक चंदन दास प्रमुख रही।  आज के सांस्कृतिक आयोजन  शत्रुघन नेताम, चैकी का पंडवानी, भगत साहू, रायपुर का लोकगीत, रमादत्त जोशी रायपुर की  पंडवानी, बाबी मण्डल, रायपुर का संगीत एवं भजन, चरन जीत सिंह, मुंबई का जगराता भजन मुख्य मंच के प्रमुख आकर्षण होंगे.






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